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संयुक्त राष्ट्र मानव विकास सूचकांक 2021 जारी: भारत 132वें स्थान पर, नॉर्वे शीर्ष पर

संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने 9 सितम्बर को मानव विकास सूचकांक (Human Development Index- HDI) 2021 रिपोर्ट जारी की थी. इस सूचकांक में 191 देशों में भारत 132वें स्थान पर है. वर्ष 2020 के सूचकांक में भारत 131वें स्थान पर था.

इस सूचकांक में नॉर्वे शीर्ष पर रहा और उसके बाद आयरलैंड, स्विट्जरलैंड, हांगकांग और आइसलैंड का स्थान रहा.

HDI 2021 रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

  • HDI 2021 रिपोर्ट में भारत का HDI मान 0.633 है, जो वैश्विक औसत 0.732 से कम है. वर्ष 2020 में भारत 0.645 HDI मान के साथ 131वें स्थान पर रहा था. रिपोर्ट के अनुसार इसके लिए जीवन प्रत्याशा में गिरावट को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. भारत में जीवन प्रत्याशा 69.7 से घटकर 67.2 वर्ष हो गई है.
  • रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक मानव विकास सूचकांक की हालिया गिरावट की बड़ी वजह जीवन प्रत्याशा में वैश्विक गिरावट है, जो 2019 में 72.8 साल से घटकर 2021 में 71.4 साल हो गई.
  • भारत के पड़ोसियों में श्रीलंका (73वां), चीन (79वां), बांग्लादेश (129वां), और भूटान (127वां) भारत से ऊपर है, जबकि पाकिस्तान (161वां), नेपाल (143वां) और म्यांमार (149वां) की स्थिति बदतर है.
  • रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 90 प्रतिशत देशों ने 2020 या 2021 में अपने HDI मूल्य में गिरावट दर्ज की है.

मानव विकास सूचकांक: एक दृष्टि

  • मानव विकास सूचकांक (HDI) रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा प्रकाशित की जाती है. इस सूचकांक का उपयोग देशों को मानव विकास के आधार पर आंकने के लिए किया जाता है. यह जीवन प्रत्याशा, शिक्षा, और प्रति व्यक्ति आय संकेतकों का एक समग्र आंकड़ा है.
  • इस सूचकांक से इस बात का पता चलता है कि कोई देश विकसित है, विकासशील है, अथवा अविकसित. जिस देश की जीवन प्रत्याशा, शिक्षा स्तर एवं प्रति व्यक्ति आय अधिक होती है, उसे उच्च श्रेणी प्राप्त होती हैं.
  • पहला मानव विकास सूचकांक 1990 में भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता अमर्त्य सेन और पाकिस्तानी अर्थशास्त्री महबूब उल हक के सहयोग से जारी किया गया था. तब से प्रत्येक वर्ष संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा इसे जारी किया जाता है.

हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2022: जापान पहले और भारत 87वें स्थान पर

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स (Henley Passport Index) 2022 के आँकड़े 20 जुलाई को जारी किए गए थे. इन आंकड़ों में 199 देशों में पावरफुल पासपोर्ट के आधार पर रैंकिंग की गई है.

  • हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2022 में जापान पहले स्थान पर रहा. सिंगापुर और साउथ कोरिया इस क्रम में दूसरे स्थान जबकि जर्मनी और स्पेन देशों के पासपोर्ट तीसरे स्थान पर रहे. चौथे स्थान पर तीन देश फिनलैंड, इटली और लग्जमबर्ग रहे.
  • जापान के पासपोर्ट धारक अपने पासपोर्ट पर 193 देशों की यात्रा कर सकते हैं. वहीं दूसरे नंबर पर रहे सिंगापुर और साउथ कोरिया के पासपोर्ट पर 192 देशों की यात्रा की जा सकती है.
  • भारत के पासपोर्ट को 87वें स्थान की रैंकिंग मिली है. भारत के पासपोर्ट पर यात्री बिना वीजा के 60 देशों की यात्रा कर सकते हैं.
  • एशिया के बाकी देशों में चीन 69वें नंबर पर है. चीनी पासपोर्ट रखने वाले लोग 80 देश में बिना वीजा जा सकते हैं. वहीं बांग्लादेश 104वें, उत्तर कोरिया 105वें ओर पाकिस्तान 109वें स्थान पर है.
  • इस रैंकिंग में अफगानिस्तान, इराक और सीरिया सबसे खराब पासपोर्ट वाले देश बने हुए. अफगानिस्तान अंतिम 112वें स्थान पर है.

हेनले पासपोर्ट रैंकिंग क्या है?

  • हेनले पासपोर्ट रैंकिंग को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के आंकड़ों के आधार पर हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी किया जाता है.
  • यह रैंकिंग देशों के पासपोर्ट की ताकत पर निर्भर करती है. इस रैंकिंग में स्कोर का मतलब है कि कितने देशों में उस पासपोर्ट के जरिए वीजा मुक्त या वीजा आन-अराइवल प्रवेश मिल सकता है.
  • जिस देश के पासपोर्ट के जरिए बगैर वीजा या वीजा ऑन अराइवल सबसे अधिक देशों में आने-जाने की छूट होती है, उसकी रैंकिंग सबसे अच्छी होती है.

भारत के पासपोर्ट पर 60 देशों में बिना वीजा यात्रा

भारतीय पासपोर्ट धारक भूटान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मकाऊ, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, केन्या, मॉरिशस, सेशेल्स, जिम्बॉब्वे, यूगांडा, ईरान और कतर सहित 60 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं.

QS वर्ल्ड रैंकिंग 2023: IISC बेंगलुरु देश में सर्वश्रेष्ठ और दक्षिण एशिया में उभरता संस्थान

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग (Quacquarelli Symonds World University Rankings) 2023 हाल ही में जारी की गई थी. यह QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग का 19वां संस्‍करण था. क्यूएस रैंकिंग की सूची में कुल 41 भारतीय विश्वविद्यालयों ने स्थान प्राप्त किया है. इस रैंकिंग के अनुसार, लगातार दसवें वर्ष, MIT को सर्वश्रेष्ठ यूनिवर्सिटी के रूप में सम्मानित किया गया है. इस वर्ष, यूनिवर्सिटी रैंकिंग में कुल 1,029 यूनिवर्सिटी शामिल हैं.

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2023: मुख्य बिंदु

  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ सांइस (IISC) बेंगलुरु को एक बार फिर देश में सर्वश्रेष्ठ और दक्षिण एशिया में उभरते संस्थान का खिताब मिला है. यह संसथान दुनिया के उच्च शिक्षण संस्थानों में 155वें स्थान पर है. वर्ष 2022 में वह 186वें स्थान पर था.
  • रैंकिंग-2023 में टॉप 200 में IIT बॉम्बे और IIT दिल्ली को भी जगह मिली है. देश में IIT बॉम्बे दूसरे और IIT दिल्ली तीसरे स्थान पर हैं.
  • इस QS वर्ल्ड रैंकिंग में अमेरिका के मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) को लगातार 11वें वर्ष पहले स्थान पर है. यूनाइटेड किंगडम की ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने दूसरा स्थान हासिल किया है, जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका की स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय तीसरे स्थान पर हैं.

QS रैंकिंग का आधार

QS वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग छह संकेतकों के आधार पर तैयार की जाती है. इनमें शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, प्रति संकाय उद्धरण, संकाय / छात्र अनुपात, अंतरराष्ट्रीय संकाय अनुपात और अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुपात आदि शामिल हैं.

QS रैंकिंग: एक दृष्टि

QS World University Rankings को ब्रिटिश कंपनी Quacquarelli Symonds द्वारा प्रत्येक वर्ष प्रकाशित किया जाता है. QS द्वारा संस्थानों की रैंकिंग जिन मानकों पर की गई, वे हैं- एकेडेमिक, रेपुटेशन, फैकल्टी-स्टूडेंट्स रेशियो, एंप्लॉयर रेपुटेशन, इंटरनेशनल फैकल्टी रेशियो, इंटरनेशनल स्टूडेंट्स रेशियो और साइटेशन/फैकल्टी.

प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भारत विश्व में सातवें स्थान पर

व्यापार एवं विकास पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन (UNCTAD) की विश्व निवेश रिपोर्ट 9 जून को जारी की गयी थी. इस रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के मामले में भारत विश्व में सातवें स्थान पर रहा. इस दौरान भारत में 45 अरब डॉलर का FDI आया, हालांकि यह 2020 की तुलना में 19 अरब डॉलर कम है.

UNCTAD की विश्व निवेश रिपोर्ट: मुख्य बिंदु

  • भारत ने साल 2020 में 64 अरब डॉलर का प्रत्यक्ष विदेशी निवेश हासिल किया था. यह 2021 में घटकर 45 अरब डॉलर पर आ गया. हालांकि, इसके बावजूद भारत विश्व में सातवें स्थान पर रहा. दक्षिण एशिया मुख्य रूप से भारत से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 43 फीसदी बढ़कर 16 अरब डॉलर रहा.
  • अमेरिका ($ 367 बिलियन), चीन ($ 181 बिलियन), हांगकांग ($ 141 बिलियन), सिंगापुर, कनाडा और ब्राजील के बाद भारत सातवें स्थान पर है. दक्षिण अफ्रीका, रूस और मेक्सिको भी FDI पाने के मामले में टॉप-10 देशों में शामिल हैं.
  • नए अंतरराष्ट्रीय परियोजना वित्त के तहत 108 परियोजनाओं के लिये समझौते हुए, जबकि पिछले 10 साल में इसकी संख्या औसतन 20 थी. सबसे अधिक नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र की 23 परियोजनाओं को लेकर समझौते हुए.
  • बड़ी परियोजनाओं में आर्सेलर मित्तल निप्पॉन स्टील का 13.5 अरब डॉलर के निवेश से भारत में एक स्टील और सीमेंट कारखाना लगाना तथा सुजुकी मोटर का 2.4 अरब डॉलर के निवेश से एक नए कार मैन्युफैक्चरिंग प्लांट का निर्माण शामिल है.

WDMMA वैश्विक वायु शक्ति रैंकिंग रिपोर्ट जारी, भारतीय वायु सेना तीसरे स्थान पर

आधुनिक सैन्य विमान की विश्व निर्देशिका (WDMMA) ने हाल ही में वर्ष 2022 की वैश्विक वायु शक्ति रैंकिंग जारी की थी. इस रिपोर्ट में 98 देशों के वायु सेनाओं की युद्ध शक्ति के मूल्यांकन के आधार पर रैंकिंग की गयी है.

WDMMA वायु शक्ति रैंकिंग 2022:  मुख्य बिंदु

  • इस रैंकिंग रिपोर्ट में भारतीय वायु सेना (IAF)  को चीनी वायु सेना से ऊपर तीसरे स्थान पर रखा गया है. चीनी वायु सेना (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयर फोर्स) को चौथे स्थान पर है. भारतीय वायु सेना को 69.4 अंक और चीनी वायुसेना को 63.8 अंक दिया गया है.
  • इस रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी वायु सेना (USAF) 242.9 अंकों के साथ शीर्ष स्थान पर है. रूस की वायु सेना को दूसरा स्थान (114.2 अंक) दिया गया है. रिपोर्ट में जापान (58.1 अंक), इजरायल (58.0 अंक) और फ्रांस (56.3 अंक) की वायुसेना क्रमशः पांचवें, छठे और सातवें स्थान पर हैं.
  • यह रैंकिंग वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ मॉडर्न मिलिट्री एयरक्राफ्ट यानि (WDMMA) ने प्रत्येक वर्ष यह रैकिंग जारी करती है

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स: भारत 83वें स्थान पर, जापान और सिंगापुर शीर्ष स्थान पर

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स (Henley Passport Index) 2022 रिपोर्ट हाल ही में जारी की गयी थी. 199 देशों की इस पासपोर्ट रैंकिंग रिपोर्ट में भारत 83वें स्थान पर है. भारत की रैंकिंग में पिछले रैंकिंग रिपोर्ट से 7 स्थान का सूधार हुआ है. इस सूचकांक में शीर्ष तीन स्थानों पर एशियाई देश हैं. ये तीन देश जापान, सिंगापुर और दक्षिण कोरिया हैं.

हेनले पासपोर्ट रैंकिंग क्या है?

  • हेनले पासपोर्ट रैंकिंग को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के आंकड़ों के आधार पर हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी किया जाता है.
  • यह रैंकिंग देशों के पासपोर्ट की ताकत पर निर्भर करती है. इस रैंकिंग में स्कोर का मतलब है कि कितने देशों में उस पासपोर्ट के जरिए वीजा मुक्त या वीजा आन-अराइवल प्रवेश मिल सकता है.
  • जिस देश के पासपोर्ट के जरिए बगैर वीजा या वीजा ऑन अराइवल सबसे अधिक देशों में आने-जाने की छूट होती है, उसकी रैंकिंग सबसे अच्छी होती है.

भारत के पासपोर्ट पर 60 देशों में बिना वीजा यात्रा

रैंकिंग में भारत 83वें स्थान पर है. भारतीय पासपोर्ट धारक भूटान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मकाऊ, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, केन्या, मॉरिशस, सेशेल्स, जिम्बॉब्वे, यूगांडा, ईरान और कतर सहित 60 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं. 2021 में भारत का स्कोर 58 था. ओमान और आर्मेनिया ने हाल ही में भारतीय धारक को पूर्व वीजा की शर्त से छूट दी है.

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स: एक दृष्टि

  • हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स में जापान और सिंगापुर संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान पर  हैं. दोनों देशों के पासपोर्टधारक 192 देशों की यात्रा बिना वीजा के यात्रा कर सकते है.
  • इस रैंकिंग में दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया और जर्मनी हैं. इन दोनों देशों के पासपोर्टधारक 190 देशों में वीजा के बिना यात्रा कर सकते हैं.
  • अमेरिका इस रैंकिंग में 6ठे स्थान पर है. अमेरिका के पासपोर्टधारक को 186 देशों की यात्रा बिना वीजा के कर सकते है.
  • पड़ोसी देश चीन के पासपोर्ट का रैंकिंग में 72वां स्थान है. चीन के पासपोर्ट का 79 देशों में वीजा फ्री एक्सेस है और पाकिस्तान का पासपोर्ट जो 108वें स्थान पर है, उसका 31 देशों में वीजा फ्री एक्सेस है.
  • इस रैंकिंग में अफगानिस्तान, इराक और सीरिया सबसे खराब पासपोर्ट वाले देश बने हुए. अफगानिस्तान अंतिम 116वें स्थान पर है.

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी विश्‍व के लोकप्रिय नेताओं की रेटिंग में शीर्ष पर

अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ (Morning Consult) के एक सर्वे में प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी को विश्व का सबसे लोकप्रिय नेता बताया गया है. इस सर्वे में 70 प्रतिशत अनुमोदन  के साथ वे रेटिंग सूची में सबसे ऊपर हैं. श्री मोदी को पूरे विश्व के वयस्क लोगों से अधिकतम अनुमोदन मिला है.

मैक्सिको के राष्‍ट्रपति आंद्रे मैनुअल लोपेज़ ऑब्रेदोर 66 प्रतिशत के साथ दूसरे स्‍थान पर हैं. इसके बाद 58 प्रतिशत अनुमोदन के साथ इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्राघी, 54 प्रतिशत के साथ जर्मनी की चांसलर एंगेला मर्केल और 47 प्रतिशत के साथ ऑस्‍ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्‍कॉट मॉरिसन का स्थान है.

अमरीका के राष्‍ट्रपति जो बाइडेन 44 प्रतिशत के साथ छठे स्थान पर हैं. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो 43 प्रतिशत के साथ सातवें स्‍थान पर और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन 40 प्रतिशत के साथ शीर्ष दस में शामिल हैं.

मॉर्निंग कंसल्ट (Morning Consult)

मॉर्निंग कंसल्ट, अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म है. मॉर्निंग कंसल्ट की ओर से प्रत्येक देश के वयस्कों के साथ साक्षात्कार के आधार पर रेटिंग निर्धारित की जाती है।

मॉर्निंग कंसल्ट ने ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, स्पेन, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका में शीर्ष नेताओं के लिए अनुमोदन रेटिंग को ट्रैक किया है।

वर्ष 2019 में मॉर्निंग कंसल्‍ट पॉलिटिकल इंटेलीजेंस के पूरे विश्‍व से आंकड़े एकत्र करने की शुरुआत से ही प्रधानमंत्री मोदी को 60 प्रतिशत से अधिक अनुमोदन मिलता रहा है.

वैश्विक खाद्य सुरक्षा सूचकांक 2021 जारी, भारत 71वें स्थान पर

वैश्विक खाद्य सुरक्षा सूचकांक (Global Food Security Index- GFSI) 2021 हाल ही में जारी किया गया था. 113 देशों के इस सूचकांक में भारत का 71वें स्थान पर है. इससे पूर्व हाल ही में जारी वैश्विक भुखमरी सूचकांक (GHI) 2021 में भारत को 101वाँ स्थान प्राप्त हुआ था.

प्रमुख बिंदु

  • इस सूचकांक को लंदन स्थित इकोनॉमिस्ट इम्पैक्ट द्वारा डिज़ाइन और निर्मित किया गया और इसे कॉर्टेवा एग्रीसाइंस (Corteva Agriscience) द्वारा प्रायोजित किया गया था. यह GFSI का दसवाँ संस्करण है.
  • यह सूचकांक सामर्थ्य, उपलब्धता, गुणवत्ता और सुरक्षा और प्राकृतिक संसाधन के आधार पर खाद्य सुरक्षा के अंतर्निहित कारकों को मापता है.
  • आयरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, यूके, फिनलैंड, स्विट्ज़रलैंड, नीदरलैंड, कनाडा, जापान, फ्राँस और अमेरिका ने सूचकांक में 77.8 और 80 अंकों की सीमा में समग्र GFS स्कोर के साथ शीर्ष स्थान साझा किया.
  • भारत 57.2 अंकों के समग्र स्कोर के साथ 71वें स्थान पर है. पड़ोसी देशों में चीन (34वें), पाकिस्तान (75वें), श्रीलंका (77वें), नेपाल (79वें) और बांग्लादेश (84वें) स्थान पर है.
  • फूड अफोर्डेबिलिटी कैटेगरी में पाकिस्तान ने भारत से बेहतर स्कोर किया, जबकि श्रीलंका इस श्रेणी में पहले से ही बेहतर स्थिति में है. शेष 3 बिंदुओं पर भारत ने पाकिस्तान, नेपाल, बांग्लादेश और श्रीलंका से बेहतर स्कोर किया है.

वर्ष 2021 का ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट जारी, भारत 101वें स्थान पर

वर्ष 2021 का ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index) रिपोर्ट 14 अक्टूबर को जारी किया गया था. यह इंडेक्स वेलहंगर लाइफ और कंसर्न वर्ल्डवाइड द्वारा संयुक्त रूप से तैयार किया गया है.

रिपोर्ट में भारत

इस रिपोर्ट में भारत 116 देशों में 101वें स्थान पर है. 2018 में भारत 103वें, 2019 में 102वें और 2020 में 94वें स्थान पर रहा था. भारत का GHI स्कोर 2000 में 38.8 था, जो 2012 से 2021 में 28.8 से 27.5 के बीच रहा.

रिपोर्ट के अनुसार, चाइल्ड वेस्टिंग (कम वजन के बच्चे) में भारत की हिस्सेदारी 1998-2002 के बीच 17.1 फीसदी से बढ़ कर 2016-2020 में 17.3 फीसदी हो गई.

रिपोर्ट के मुख्य बिंदु

  • जारी एक रिपोर्ट में कहा गया कि इस सूची में पांच से कम GHI स्कोर के साथ चीन, ब्राजील और कुवैत समेत 18 देश शीर्ष स्थान पर हैं.
  • भारत के पड़ोसी देशों में नेपाल 76वें स्थान पर है. वहीं, बांग्लादेश 76वें स्थान पर, म्यांमार 71वें स्थान पर और पाकिस्तान 92वें स्थान पर हैं.
  • रिपोर्ट के अनुसार दुनिया 2030 तक शून्य भूखमरी को प्राप्त करने में सक्षम नहीं होगी. शून्य भूखमरी संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख सतत विकास लक्ष्यों में से एक है.

GHI क्या है और GHI स्कोर की गणना किस प्रकार की जाती है?

ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) रिपोर्ट में चार संकेतक जैसे कि अल्पपोषण, चाइल्ड वेस्टिंग, चाइल्ड स्टंटिंग और बाल मृत्यु दर के आधार पर देशों की रैंकिंग की जाती है. चाइल्ड वेस्टिंग से तात्पर्य पांच साल से कम उम्र के उन बच्चों से है जिनका वजन कम होता है. चाइल्ड स्टंटिंग में पांच साल से कम उम्र के वे बच्चे शामिल होते हैं, जिनकी ऊंचाई उनके वजन के अनुसार नहीं होता है.

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स: भारत 90वें स्थान पर, जापान और सिंगापुर शीर्ष स्थान पर

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स (Henley Passport Index) 2021 रिपोर्ट हाल ही में जारी की गयी थी. 199 देशों की इस पासपोर्ट रैंकिंग रिपोर्ट में भारत 90वें स्थान पर है. भारत की रैंकिंग में पिछले रैंकिंग रिपोर्ट से 6 स्थान की गिरावट आई है. इस सूचकांक में शीर्ष तीन स्थानों पर एशियाई देश हैं. ये तीन देश जापान, सिंगापुर, जर्मनी व दक्षिण कोरिया हैं.

हेनले पासपोर्ट रैंकिंग क्या है?

  • हेनले पासपोर्ट रैंकिंग को इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन (IATA) के आंकड़ों के आधार पर हेनले एंड पार्टनर्स द्वारा जारी किया जाता है.
  • यह रैंकिंग देशों के पासपोर्ट की ताकत पर निर्भर करती है. इस रैंकिंग में स्कोर का मतलब है कि कितने देशों में उस पासपोर्ट के जरिए वीजा मुक्त या वीजा आन-अराइवल प्रवेश मिल सकता है.
  • जिस देश के पासपोर्ट के जरिए बगैर वीजा या वीजा ऑन अराइवल सबसे अधिक देशों में आने-जाने की छूट होती है, उसकी रैंकिंग सबसे अच्छी होती है.

भारत के पासपोर्ट पर 58 देशों में बिना वीजा यात्रा

रैंकिंग में भारत 90 वें स्थान पर है. भारतीय पासपोर्ट धारक भूटान, कंबोडिया, इंडोनेशिया, मकाऊ, मालदीव, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, थाईलैंड, केन्या, मॉरिशस, सेशेल्स, जिम्बॉब्वे, यूगांडा, ईरान और कतर सहित 58 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं.

हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स: एक दृष्टि

  • हेनले पासपोर्ट इंडेक्‍स में जापान और सिंगापुर संयुक्त रूप से शीर्ष स्थान पर  हैं. दोनों देशों के पासपोर्टधारक 192 देशों की यात्रा बिना वीजा के यात्रा कर सकते है.
  • इस रैंकिंग में दूसरे स्थान पर दक्षिण कोरिया और जर्मनी हैं. इन दोनों देशों के पासपोर्टधारक 190 देशों में वीजा के बिना यात्रा कर सकते हैं.
  • अमेरिका इस रैंकिंग में 7वें स्थान पर है. अमेरिका के पासपोर्टधारक को 185 देशों की यात्रा बिना वीजा के कर सकते है.
  • पड़ोसी देश चीन के पासपोर्ट का रैंकिंग में 72वां स्थान है. चीन के पासपोर्ट का 79 देशों में वीजा फ्री एक्सेस है और पाकिस्तान का पासपोर्ट जो 113वें स्थान पर है, उसका 31 देशों में वीजा फ्री एक्सेस है.
  • इस रैंकिंग में अफगानिस्तान, इराक और सीरिया सबसे खराब पासपोर्ट वाले देश बने हुए. अफगानिस्तान अंतिम 116वें स्थान पर है.

भारत, वैश्‍विक नवाचार सूचकांक की रैंकिंग में 46वें स्‍थान पर

ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स (Global Innovation Index) 2021 हाल ही में जारी किया गया था. इस रैंकिंग में भारत ने पिछले वर्ष की रैंकिंग की अपेक्षा दो स्थान का सूधार करते हुए 46वां स्थान प्राप्त किया है. इस सूचकांक में पिछले कई वर्ष से भारत की स्थिति में सुधार हो रहा है. 2015 में वह 81वें स्‍थान पर था और इस वर्ष 46वें स्‍थान पर आ गया है.

ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स 2021 में स्विट्ज़रलैंड, स्वीडन, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और दक्षिण कोरिया क्रमशः शीर्ष स्थान पर रहे

भारत के रैंकिंग में सुधार का कारण

स्‍टार्टअप व्‍यवस्‍था और निजी तथा सार्वजनिक अनुसंधान संगठनों के प्रभावशाली कार्यों के कारण वैश्‍विक नवाचार सूचकांक में भारत की स्थिति में लगातार सुधार हुआ है. परमाणु ऊर्जा, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष विभाग जैसे वैज्ञानिक विभागों ने भी देश में नवाचारों की प्रगति में महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है.

विश्व बौद्धिक संपदा संगठन

ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स, विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (World Intellectual Property Organization- WIPO) द्वारा प्रतिवर्ष जारी किया जाता है. यह संयुक्त राष्ट्र की 15 विशिष्ट एजेंसियों में से एक है. WIPO 1967 में स्थापित किया गया था. भारत WIPO का सदस्य है.

विश्व बैंक ने की अपनी ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस’ रिपोर्ट के प्रकाशन को बंद किया

विश्व बैंक समूह ने अनियमितताओं के आरोपों के कारण अपनी ‘ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस’ (Ease of doing business) रिपोर्ट के प्रकाशन को बंद करने का फैसला किया है.

डूइंग बिजनेस 2018 और 2020 पर डेटा अनियमितताओं की सूचना मिलने के बाद विश्व बैंक समूह प्रबंधन के कार्यकारी निदेशक मंडल द्वारा यह निर्णय लिया गया. डेटा अनियमितताओं की जांच में चीन की रैंकिंग को बढ़ाने के लिए शीर्ष बैंक अधिकारियों द्वारा दबाव डाला गया था.

ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस 2020 की रैंकिंग में भारत 14 पायदान की छलांग लगाकर 63वें स्थान पर पहुंच गया है. इसने 2014 से 2019 के बीच पांच वर्षों में 79 पदों का सुधार किया है.