Tag Archive for: Weightlifting

दक्षिण कोरिया के जिंजू में एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप का समापन

एशियाई भारोत्तोलन चैंपियनशिप (Asian Weightlifting Championships) 2023 का आयोजन 3 से 13 मई तक दक्षिण कोरिया के जिंजू में किया गया था. इस प्रतियोगिता में भारतीय खिलाड़ियों ने दो रजत पदक जीते.

  • प्रतियोगिता में बिंदयारानी देवी ने महिलाओं के 55 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक के साथ भारत के लिए जीत की शुरुआत की थी. उन्होंने क्लीन एंड जर्क स्पर्धा में भी 111 किलोग्राम भार उठाकर रजत पदक अपने नाम किया.
  • भारोत्तोलक जेरेमी लालरिनुंगा ने पुरुषों के 67 किलोग्राम स्नैच वर्ग में रजत पदक जीता.
  • पदक तालिका में 15 स्वर्ण, 8 रजत और 1 कांस्य पदक के साथ चीन पहले स्थान पर रहा.

मीराबाई चानू ने सिंगापुर वेटलिफ्टिंग इंटरनेशनल में स्वर्ण पदक जीता

भारतीय भारोत्तोलक, मीराबाई चानू ने सिंगापुर भारोत्तोलन अंतर्राष्ट्रीय (Singapore Weightlifting International) 2022 में स्वर्ण पदक जीता है. चानू ने 25 फरवरी 2022 को 55 किग्रा वर्ग में 191 किग्रा (86 किग्रा + 105 किग्रा) भार उठाकर इस पदक की विजेता बनीं.

27 वर्षीय मीराबाई चानू ने इससे पहले 2020 टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीता था. इस जीत के साथ चानू ने 55 किग्रा भार वर्ग में बर्मिंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों (CWG) के लिए क्वालीफाई कर लिया है. उन्होंने राष्ट्रमंडल रैंकिंग के आधार पर 49 किग्रा भार वर्ग में राष्ट्रमंडल खेलों के लिए भी क्वालीफाई किया है.

लॉरेल हबर्ड ओलंपिक में खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर एथलीट बनेंगी

न्यूजीलैंड की लॉरेल हबर्ड (Laurel Hubbard) ओलंपिक में खेलने वाली पहली ट्रांसजेंडर (पुरुष से महिला बनीं) एथलीट बनेंगी. हबर्ड ने 185 क्रिगा भार उठाकर न्यूजीलैंड की पांच सदस्यीय महिला भारोत्तोलन टीम में जगह बनाई है. वह महिलाओं के प्लस 87 किग्रा भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा पेश करेंगी. 43 वर्षीय हबर्ड मौजूदा खेलों में खेलने वाली सबसे उम्रदराज वेटलिफ्टर होंगी.

लॉरेल हबर्ड ने 2013 में अपना लिंग बदलवाया था. हबर्ड 2015 से ही ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के लिए पात्र बन गई थी, जब अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOA) ने अपने नियमों में बदलाव किया था. इसमें किसी भी ट्रांसजेंडर एथलीट को एक महिला के रूप में खेलने की मंजूरी दी गई. बशर्ते उनकी पहली प्रतियोगिता से कम से कम 12 महीने पहले उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर 10 नैनोमोल प्रति लीटर से कम हो. टेस्टोस्टेरोन एक हार्मोन है जो मांसपेशियों को बढ़ाता है.

हबर्ड ने इससे पहले तक उन्होंने पुरुषों की भारोत्तोलन स्पर्धाओं में भाग लिया था. उन्होंने 2017 विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक और समोआ में 2019 प्रशांत खेलों में स्वर्ण पदक जीता था.

IWF ने भारतीय वेटलिफ्टर के संजीता चानू को डोपिंग आरोपों से मुक्त कर दिया

इंटरनैशनल वेटलिफ्टिंग फेडरेशन (IWF) ने भारतीय वेटलिफ्टर के संजीता चानू के खिलाफ लगाए गए डोपिंग के आरोपों से मुक्त कर दिया है. IWF ने वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (WADA) की सिफारिशों के आधार पर यह फैसला किया. WADA ने नमूने के आधार पर संजीता के खिलाफ मामला को समाप्त किये जाने की सिफारिश की थी.

उल्लेखनीय है कि भारतीय वेटलिफ्टर के संजीता चानू का लास वेगास में 2017 विश्व चैंपियनशिप में भाग लेने से पहले यूएस की एंटी डोपिंग एजेंसी द्वारा आयोजित एक आउट-ऑफ-कॉम्पिटिशन टेस्ट में प्रतिबंधित एनाबॉलिक स्टेरॉयड टेस्टोस्टेरोन के सेवन का आरोप था. इस आरोप के कारण संजीता ने तोक्यो ओलिंपिक्स 2020 के लिए क्वॉलिफाइ करने का मौका नहीं मिला था.

संजीता चानू कॉमनवेल्थ गेम्स में दो बार की स्वर्ण पदक विजेता है. उन्होंने साल 2014 में ग्लासगो कॉमनवेल्थ गेम्स और 2018 गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीते थे. IWF ने 2017 में डोपिंग आरोपों के कारण निलंबित कर दिया गया था.

IWF ने थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलन संघ पर प्रतिबंध लगाया

अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन फेडरेशन (International Weightlifting Federation- IWF) ने थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलन संघ पर प्रतिबंध लगा दिया है. IWF ने 5 अप्रैल को लिए अपने फैसले में थाई एमेच्योर भारोत्तोलन संघ पर 3 साल का और मलेशियन भारोत्तोलन संघ पर 1 साल का प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया.

इस प्रतिबंध के बाद थाईलैंड और मलेशिया के भारोत्तोलक टोक्यो ओलिंपिक खेलों में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. IWF के मुताबिक, ओलंपिक आयोजन जब भी हो, लेकिन इन देशों का कोई खिलाड़ी हिस्सा नहीं ले सकेगा. थाईलैंड ने 2018 में 9 भारोत्तोलकोंं के डोपिंग में फंसने पर ओलंपिक से खुद नाम वापस लिया था.

IWF ने यह फैसला इन दोनों देशों में काफी संख्या में डोपिंग के मामले सामने के कारण लिया है. थाईलैंड और मलेशिया के पास IWF के इस फैसले के खिलाफ अपील करने के लिए 21 दिन का समय है.

विश्‍व पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2019: सुरेन्‍द्र सिंह और मुकेश सिंह ने स्वर्ण पदक जीता

विश्‍व पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप 2019 जर्मनी के बर्लिन में 5 नवम्बर से खेला जा रहा है. इस प्रतियोगिता में सुरेन्‍द्र सिंह और मुकेश सिंह ने स्वर्ण पदक जीता. सुरेन्‍द्र ने 110 किलो वर्ग में तीन नए विश्‍व रिकॉर्ड के साथ ये उपलब्धि हासिल की. वहीं मुकेश सिंह ने चौथी बार विश्‍व चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम किया. चैंपियनशिप के पहले दिन भारतीय दल ने चार स्‍वर्ण और एक रजत पदक अपने नाम किया था.